श्री सूर्यदेव पूरे ब्रह्माण्ड के जीवन के लिए प्रकाश और ऊर्जा के स्रोत हैं। किसी एक प्राणी अथवा समस्त प्राणियों के पास संयुक्त रूप से जीवनदायी सूर्य रष्मियों का कोई विकल्प नहीं है। सूर्यदेव सर्वशक्तिमान, वैभवषाली प्रकट देव हैं। विश्व के अनेक राजा और प्रशासक सूर्यवंश से सम्बन्धित हैं और उनका प्रतिनिधित्व करते हैं। श्री सूर्य सहस्रनाम भास्कर देवता के १००० गुण हैं। सूर्य का प्रत्येक नाम अत्यन्त महिमाकारी है और चेतना का एक-एक गुण है। सहस्रनाम का पाठ या श्रवण करने वाले की चेतना में और वातावरण में सूर्य के समस्त गुणों का जागरण होता है । श्री सूर्य अष्टोत्तर शतनामावली में सूर्यदेव के १०८ नाम हैं। इन नामों का उच्चारण करते हुए सूर्य को जल-अघ्र्य अर्पित किया जाता है। श्री सूर्यमण्डलाष्टक एक सिध्द स्तोत्र है जो आत्मप्रकाश की जागृति और विस्तारकारक है। फलश्रुति के अनुसार सूर्य स्तोत्र और सहस्रनाम के पाठ या श्रवण से उपासकों को ऊर्जा, बुध्दिमत्ता, आत्म-प्रकाश, पूर्ण स्वास्थ्य और दीर्घायु की प्राप्ति होती है। जीवन स्वर्णिम आभा से प्रकाशमान होता है। रविवार सूर्यदेव का दिन है, अतः सहस्रनाम तथा स्तोत्र रविवार के दिन सुनने की अनुशंसा की जाती है।
श्री सूर्य -आत्मप्रकाशक
श्री सूर्य सहस्रनाम स्तोत्रम ----- ३८ :५७
श्री सूर्य अष्टोत्तर शतनामावली ----- 08:21
श्री सूर्यमण्डलाष्टक -----०४ :५५
गायक : अथर्व वेद विद्वान पंडित रमेश वर्धन और पंडित रामकृष्ण भट्ट
Shri Surya Dev is the source of life, light and all energy in cosmos. Any creature individually and all creatures together have no alternate to life giving rays of Surya. He is the most powerful and majestic visible Devata. Surya Dev has also played role of Master-Guru for many Devatas, number of Sears and Devotees. There are large number of kings and rulers around the world, who represent Solar Dynasty.
Shri Surya Sahasranam-1000 names describe 1000 qualities of Bhaskara. Each name of Surya Dev refers to a quality of consciousness. Listening Sahasranam enlivens these qualities of Surya in the consciousness of the listener and at the same time, these qualities are charged in the environment.
Shri Surya Ashtottar Shatnamavali has 108 names of Surya. These names are few of the most important qualities, which may be chanted while offering water-Argh to Shri Surya. Shri Suryamandalashtakam is a Siddha stotra of Shri Sâ?¢rya and awakens inner light.
As described in phalshruti-benefits of chanting Shri Surya Sahasranam and stotras, Devotees enjoy fullness of energy, brilliance, inner light, perfect health and longevity. Their life shines like golden hue with the grace of Surya.
Sunday is the day of Shri Surya. It is recommended to listen Sahasranam and other stotras of Surya Dev on Sunday.