परम पूज्य महर्षि महेश योगी सम्पूर्ण विश्व में चेतना के अद्वितीय वैज्ञानिक और सर्वश्रेश्ठ गुरू के रूप् में प्रतिश्ठित हुये है । महर्षि जी ने प्राचीनतम पारम्परिक वैदिक कला और विज्ञान तथा वैदिक वांगमय को पुनर्जागृृत किया है। वेद विद्या प्रत्येक व्यक्ति को मोक्ष का मार्ग प्रषस्त करने में तथा समाज के लिए स्थाई शांति , समृृद्वि व प्रसन्नता स्थापित करने और भूतल पर स्वर्ग अवतरित करने में समर्थ है। सम्पूर्ण विश्व में जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लगभग सत्तर लाख से अधिक व्यक्तियों ने महर्षि जी प्रणीत भावातीत ध्यान की शैली को अपनाया है और लगभग सात लाख व्यक्तियों ने सिद्वि कार्यक्रम और यौगिक उड़ान का प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
महर्षि जी ने १०८ देशों में वेद विज्ञान विद्या के प्रकाश हेतु हजारों संस्थानों की स्थापना की है जिनमें वैदिक विश्व विद्यालय, आयुर्वेदिक विश्व विद्यालय, प्रबन्धन विश्व विद्यालय, वैदिक विद्यालय, विद्यालय, वैदिक स्वास्थ्य विद्यान केन्द्र और भावातीत ध्यान केन्द्र सम्मिलित है। महर्षि जी ने विश्व के १०८ देशों के प्रमुख ३००० नगरों में विश्व शांति की राजधानियाँ-शांति भवन स्थापित करने की योजना भी दी हैं। महर्षि जी के शैक्षणिक संस्थान महर्षि वेद विज्ञान-चेतना विज्ञान -आत्मा पर आधारित शिक्षा प्रदान करते हैं। महर्षि इन्फ्रोमेशन टेक्नाॅलाॅजी प्राइवेट लिमिटेड के लिये अत्यन्त प्रसन्नता एवं सम्मान का विषय है कि महर्षि जी के जीवन पर लगभग 50 मार्गो में वृृत्तचित्र प्रस्तुत कर सके है। इस डीवीडी में वृृत्तचित्र से प्रथम तीन भाग हैं।
भाग १ ---- ००:२२:४१
भाग २ ---- ००:२५:00
भाग ३ ---- ००:२८:३७