दीपावली भारतवर्ष में मनाये जाने वाले त्यौहारों में सर्वाधिक सार्थक एवं महत्वपूर्ण उत्सव है जो कि शरद ऋतु में मनाया जाता है। दीपावली के त्यौहर का आध्यात्मिक महत्व आत्म-चेतना को प्रकाशमान करना है जो कि जीवन का शाश्वत्, प्रमाणित और आधारभूत स्त्रोत है। दीपावली अंधकार को प्रकाशमान करने, अज्ञान को ज्ञानमय करने, नकारात्मकता को सकारात्मकता में परिवर्तित करने, रोगियों को रोग विहीन बनाने, निर्धनता को सम्पन्नता में बदलने, अनुत्तमता को उत्तमता में, दुर्बलता को शक्ति में परिवर्तित करने का और जीवन में समस्त अपूर्णताओं पर विजय प्राप्त कर लेने का पावन पर्व है। यह पाच दिवसों का त्यौहार धनवन्तरी जयन्ती-पूर्ण स्वाथ्य के देवता के दिवस से प्रारम्भ होकर अन्नकूट के दिन पूर्ण होता है। दीपावली को प्रकाश पर्व भी कहते हैं और यह त्यौहार वर्ष की सर्वाधिक अन्धकारमयी कार्तिक अमावश्या की रात्रि में मनाया जाता है। परम्परानुसार दीपावली उत्सव की तैयारी में नागरिक अपने घरों को स्वच्छ करते हैं, रंग-रोगन लगाते हैं, सजाते हैं, स्वयं नये वस्त्र धारण करते हैं, भांति-भांति के मिष्ठान बनाते और परस्पर आदान-प्रदान करते हैं, बड़ी संख्या में रंग बिरंगे दीपक प्रज्जवलित करते हैं, विघ्नहर्ता श्री गणपति जी और धन-धान्य व स्वास्थ्य प्रदायनी श्री महालक्ष्मी देवी का पूजन करते हैं। इस डीवीडी में महर्षि वैदिक विद्यालय में महर्षि वैदिक पंडितों द्वारा वैदिक, पारम्परिक, विधिवत् दीपावली पूजन चित्रित है।
Deepawali is the most significant and important festival of India celebrated in early winter. The festival spiritually signifies the illumination of inner self-the Atma?the eternal prime force and basic intelligence of human life. Deepawali is the celebration of transformation of darkness in to light, ignorance into knowledge, negativity to positivity, sickness to disease free life, poverty to richness, good over evil, weakness to strength and victory over all short coming of life. The festival lasts for five days starting from Dhanwantari Jayanti-the embodiment of perfect health and completes on the day of Annakoot.
Deepawali is also known to be Festival of Lights and celebrated on the darkest new moon night of the Vedic calendar month Kartik. As per tradition, to enjoy the celebration, people renovate, clean and decorate their homes, put on new colourful clothing, prepare and exchange lot varieties of sweets, light large number of deepaks (lamps), perform family puja to Ganapati-preventer and remover of problems & hurdles in life and Mahalakshmi-the goddess of wealth, prosperity and health.
This DVD contains performance of Vedic, traditional, systemic Deepawali puja organized at one of Maharishi Vedic Schools by Maharishi Vedic Pandits.