Shri Ganapati-Vighna Vinayak
(Shri Ganapati Sahasranam Stotram )

Shri Ganapati-Vighna Vinayak <br/>(Shri Ganapati Sahasranam Stotram )
श्री महागणपति बुध्दि और ज्ञान के अधिष्ठाता और दाता देवता हैं। विघ्नविनाषक और संकटनाषक के रूप में उनकी मान्यता है। वे समस्त विघ्नों और समस्याओं से बचाते हैं और उनका शमन भी करते हैं। श्री गणपति, श्री शिव-पार्वती के पुत्र होने के कारण अनेकानेक अतिरिक्त गुणों और अपार शक्ति के सागर हैं और सभी यज्ञ विधानों में प्रथम पूजा के पात्र हैं।
श्री गणपति सहस्रनाम, गणपति के 1000 गुण हैं। उनका प्रत्येक नाम चेतना के एक-एक गुण को दर्षाता है और अत्यन्त महिमाकारी है। सहस्रनाम का पाठ करने वाले या श्रवण करने वाले की चेतना में तथा वातावरण में गणपति जी के इन समस्त गुणों का जागरण होता है।
श्री गणपति अष्टोत्तर शतनामावली में गणपति जी के 108 नाम हैं। इन नामों के उच्चारण के साथ गणपति जी को पुष्प अथवा दूर्वा अर्पित कर सकते हैं। श्री संकष्टनाशन स्तोत्र एकसिध्दि स्तोत्र है।
फलश्रुति के अनुसार श्री गणपति सहस्रनाम तथा उनके स्तोत्रों के पाठ या श्रवण से उनके भक्त पूर्णज्ञान का फल तथा सम्पन्नता को प्राप्त करते हैं, उनके जीवन से समस्त पाप और दुःखों की समाप्ति होती है और ऋध्दि -सिध्दियों की प्राप्ति होती है। शुक्रवार गणपति जी का प्रिय दिवस माना गया है अतः शुक्रवार को गणपति जी के स्तोत्र और सहस्रनाम सुनने की अनुशंसा की जाती है।

श्री गणपति -विघ्न विनायक
श्री गणपति सहस्रनाम स्तोत्रम -- ५२ :५३
श्री गणपति अष्टोत्तर शतनामावली -- ०७ :३६
श्री संकष्टनाशन गणपति स्तोत्रम --०२ :५६

सस्वर पाठ : अथर्व वेद विद्वान पंडित रमेश वर्धन और पंडित रामकृष्ण भट्ट


Shri Maha-Ganapati is the embodiment of buddh�¡-intellect and gyana- the wisdom. Shri Ganapati is known to be bighnavinashak, sankatnashak - who prevents obstacles and problems from arising and brings all the problems and suffering to an end. Shri Ganapati being the son of Lord Shiva and Goddess Parvati, inherits the multiple qualities and powers and has honour of first worship in all Vedic performances and rituals.

Shri Ganapati Sahasranam-1000 names describe 1000 qualities of Ganapati. Each name of Ganapati is full of significance; it refers to a quality of consciousness. Listening Sahasranam enlivens these qualities of Ganapati in the consciousness of the listener and at the same time, these qualities are charged in the environment.

Shri Ganapati Ashtottar Shatnamavali has 108 names of Ganapati. These names are few of the most important qualities and may be chanted while offering dâ?¢rva or flowers to Ganapati.

Shri Sankashtanashanam Stotra is a Siddha Stotra of Ganapati. As described in phalshruti-benefits of chanting Shri Ganapati Sahasranam and other stotras of Ganapati, Devotees enjoy fruits of all knowledge, prosperity, prevention from problems and elimination of sin and suffering from their life. All latent powers-riddhis and siddhis are enlivened.

Friday is the day of Ganapati. It is recommended to listen Sahasranam and other stotras of Ganapati on Friday

Shri Ganapati-Vighna Vinayak
Shri Ganapati Sahasranam Stotram ----- 52:53
Shri Ganapati Ashtottar Shatnamavali ----- 07:36
Shri Sankashtanashan Ganapati Stotram -----02:56

Recitation by: Atharv Ved Vidwan Pt. Ramesh Vardhan and Pt. Ramkrishna Bhatt
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