Shri Vishnu-Vishwa Niyanta
(Shri Vishnu Sahasranam Stotram)

Shri Vishnu-Vishwa Niyanta <br/>(Shri Vishnu Sahasranam Stotram)
भगवान विष्णु नारायण सम्पूर्ण विश्व-ब्रह्माण्ड के प्रशासक हैं। उनका एक नाम ??अनन्त कोटि ब्रह्माण्ड नायक?? है। विष्णु जी सर्वव्यापी, सर्वशक्तिमान और सर्वसमर्थ हैं।
श्री विष्णु सहस्रनाम विष्णु जी के १००० गुण हैं। उनका प्रत्येक नाम चेतना के एक-एक गुण को दर्शता है और अत्यन्त महिमाकारी है। सहस्रनाम का पाठ करने वाले या श्रवण करने वाले की चेतना में तथा वातावरण में विष्णु जी के इन समस्त गुणों का जागरण होता है।
श्री विष्णु अष्टोत्तर शतनामावली में विष्णु जी के १०८ नाम हैं। इन नामों का उच्चारण करते हुए विष्णु जी को पीतपुष्प अथवा तुलसीपत्र अर्पित कर सकते हैं। श्री अच्युताष्टकम स्तोत्र भगवान विष्णु का एक सिध्द स्त्रोत है जो अच्युत आनन्द का दायक है।
फलश्रुति के अनुसार श्री विष्णु सहस्रनाम तथा श्री नारायण के स्तोत्रों का पाठ या श्रवण करने से व्यक्ति की चेतना समष्टि की चेतना जैसी व्यापकता को प्राप्त होती है। भक्तगण ज्ञान, शक्ति और आनन्द के गहरे चेतना सागर में गोते लगाकर चतुर्विध फल-धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति करते हैं। बुधवार और शनिवार श्री विष्णु जी के दिन माने गये हैं, अतः इन दिनों में विष्णु भगवान के स्तोत्र और सहस्रनाम सुनने की अनुशंसा की जाती है।

श्री विष्णु - विश्व नियंता
श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्रम ----- ४३ :५६
श्री विष्णु अष्टोत्तर शतनामावली ----- ०८ :३०
श्री अच्युताष्टकम्-----०४ :२६
गायक: अथर्व वेद विद्वान पंडित रमेश वर्धन और पंडित रामकृष्ण भट्ट


Shri Maha-Vishnu Narayan is the Supreme Administrator of the Universe. One of his names is Anantakotibrahmandnayaka - The Administrator of innumerable number of universe. Lord Vishnu is Omnipresent-Sarvavyapi, Omniscient-Sarvashaktiman and Omnipotent-Sarvasamarth.

Shri Vishnu Sahasranam-1000 names describe 1000 qualities of Vishnu. Each name of Shri Vishnu refers to a quality of consciousness. Listening Sahasranam enlivens these qualities of Shri Vishnu in the consciousness of the listener and at the same time, these qualities are charged in the environment.

Shri Vishnu Ashtottar Shatnamavali has 108 names of Vishnu. These names are few of the most important qualities, which may be chanted while offering flowers to Shri Vishnu. Shri Achyutashtaka Stotra is a Siddha Stotra of Shri Vishnu, which provides Achyutananda - perpetual bliss.

As described in phalshruti-benefits of chanting Shri Vishnusahasranam and stotras, Devotees are able to align their individual consciousness with the cosmic consciousness. They enjoy diving deep into the ocean of consciousness, which is infinite source of knowledge, power and bliss, thereby achieving chaturvidh phal-dharma, arth, kam and moksha-all four goals of human life-righteousness, affluence in every area of life, fulfillment of all desires and finally-The enlightenment.

Wednesday and Saturday are days of Shri. It is recommended to listen Sahasranam and other stotras of Shri Vishnu on Wednesday and Saturday.

Shri Vishnu-Vishwa Niyanta
Shri Vishnu Sahasranam Stotram ----- 43:56
Shri Vishnu Ashtottar Shatnamavali ----- 08:30
Shri Achyutashtakam -----04:26

Recitation by: Atharv Ved Vidwan Pt. Ramesh Vardhan and Pt. Ramkrishna Bhatt
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