महर्षि वेद विज्ञान प्रकाशन ने संकल्प लिया है कि महर्षि जी के
विभित्र विषयों पर उपलब्ध व्याख्यानों को पुस्तक रुप में हिन्दी तथा
भारत वर्ष की अन्य भाषाओं में प्रकाशित करके भारत के कोने-कोने
में बसे जिज्ञासु नागरिकों तक पहुंचायें ।
हमें आशा है और विश्वास है कि महर्षि जी द्वारा पुनर्जाग्रत पुनर्गठित और
पुनर्स्थापित वैदिक ज्ञान विज्ञान के पूर्ण सिद्धांत और प्रयोग समस्त
भारतीयों और भारतीयों के माध्यम से समस्त विश्व के जनमानस तक
सरलता से पहुंच सकेंगे और भू-मण्डल के सभी प्राणी मानव जीवन के
परम आवश्यक चतुर्विध फल धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति कर
अपने जन्म को धन्य करेंगे ।